मेरी होकर तू मुझे अपना बना दे
मेरी होकर तू मुझे अपना बना दे
आ मुझ में तू सर्द हवा सी, सूखे पत्तों सा तेरे साथ बहूँ,
बहती जाएँ तू जिस दिशा मे, हर पल तेरे साथ रहूँ।
अनजान है तू खूबसूरती अपनी, ये सावन भी तेरा दीवाना है,
चाँद की चाँदनी भी ओझल हो गयी,शायद उसे भी तुझमें समाना है।
“पहली बार जब मैंने उसे देखा, नज़रें मेरी उसी पर टिकी रह गई,
अब कसूर नज़रों का नहीं था, उसकी खूबसूरती पर उसका
वो बालों का जूडा चार चाँद लगा रहा था।
प्यार, मोहब्बत, इश्क ये सब एहसास उसकी खूबसूरती के
आगे फिके लग रहे थे, ना कोई लालच, ना कोई भूख,
बस उसकी एक झलक आज भी मेरा पूरा दिन खुश-नुमा बना देती है,
उसकी नजरें, खूबसूरती, लहजा, पहनावा अदभुद है और
शायद मेरी ही तरह नूर भी उसकी इस खूबसूरती का कायल है।”
मेरी होकर तू मुझे अपना बना दे, बाल हैं तेरे गेहरे काले,
अपने बालों का मुझे क्लिप बना दे, बंधा रहूँ मै तेरे बालो से,
अपनी आँख का मुझे काजल बना दे।
आँखे तेरी गुस्सैल बहुत है, मुझे तू अपना स्पेक्स बना दे,
पास रहूँगा सदा मैं तेरे, मुझे तू अपनी एअर रिंग बना दे।
शायद नाक पर रहता तेरा गुस्सा हर पल, मुझे तू अपनी नोज पिन बना दे,
घुल जाऊ मै तुझमे पूरा, अपनी उंगलियों का तू मुझे नेलपेंट बना दे।
मुस्कान है तेरी फूलों जैसी, अपने होठों का मुझे तू रंग बना दे,
रहूँ मैं तेरे गाल में हर दम, अपने गले का तू मुझे तिल बना दे।
रंग है तेरा पानी जैसा, अपने हाथ का मुझे कलावा बना दे,
कलाई में रहूँगा हमेशा तेरी, अपनी कलाई की मुझे घड़ी बना दे।
हर रंग चढ़कर खिलता तुझ पर, आ मुझे भी तू अपना रंग चढ़ा दे,
तेरे दिल के सबसे करीब रहूँ मैं, मुझे तू अपनी शर्ट बना दे।
चाल में तेरी समा फिदा है, तेरी एक झलक मेरा दिन बना दे,
बेल्ट बन जाऊँ मैं तेरी कमर की, मुझे तू अपनी पायल बना दे।
आवाज तेरी मधुर बहुत है, अपने सीने की मुझे धड़कन बना दे,
परछाई बन जाऊँगा मैं तेरे जिस्म की, मेरी होकर तू मुझे अपना बना दे।