Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

SHREYA PANDEY .

Romance

4.0  

SHREYA PANDEY .

Romance

मेरे हुज़ूर

मेरे हुज़ूर

1 min
265


बारिश की बूंद जो तेरे पलकों पर गिरे

धीरे धीरे पहुंचे जो तेरे पलकों के सिरे

जैसे अश्कों में भीगे तेरे नयन हो

जो पत्थर को भी बना दे बेकाबू 

यह कैसा तेरे नयनों का जादू


जब टपके तेरे पलकों से वोह बूंद

जो मुस्काए तू अपने नयनों को मूंद

गिरे बूंद जो तेरे लबों पर लगे जैसे

कोमल पंखुड़ी पर ओस हो

जो बनादे पत्थर को बेकाबू

यह कैसा तेरे लबों का जादू


तेरे पैरों में चांदी की पायल

जो बरसों से करती है मुझको घायल

तेरे पायल के घुंगरू के बोल

मचा रहे हैं प्यार का शोर

जो बनआदे पत्थर को बेकाबू

यह कैसा तेरे पायल का जादू


तेरे माथे की बिंदिया,तेरे मांग का सिंदूर

संग हैं तेरे काया के पर हैं मेरे मन के गुरुर

दमकती तेरे माथे की बिंदी जैसे

जैसे गुलाब पर पड़ती कोई किरण हो

कामना है मेरे मन की , हर पल तेरा ही स्मरण हो

जो पत्थर को बनादे बेकाबू

ये कैसा तेरे बिंदिया का जादू।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance