STORYMIRROR

SHREYA PANDEY .

Inspirational

4  

SHREYA PANDEY .

Inspirational

माथे की धूल

माथे की धूल

1 min
366

पाथर से ठोकर खाकर

करे जो तू घुटने खड़े

धूल को माथे लगाए

कदम उठाए जो तू बड़े

धूल के कणों पर छोड़ तू अपने निशान


संग ना होगा कोई तेरे

श्रम में रातों सवेरे

तेरे पसीने की बूंद, तेरे हाथों की लकीरें

करेंगी तेरी सफलता बयां


लडखडाए तेरे कदम

निः संकोच टूटेगा हर कदम

ज्वाला तेरे अस्तित्व की

जिताए तुझे रण भी जवान


गहरा समन्दर टूटी नाव

,बंजर ज़मीन , तू नंगे पाव

बोते चल बीज ती किस्मत के

खिलेगी ज़मीन बनकर गुलिस्तां


तेरा परिचय तेरी मेहनत

उठा आवाज़ जो ना तू सहमत

तेरी शक्ति तेरा विश्वास

दृष्टि तेरी तेरे विचार

रूप रंग पाछ ए खड़े

तेरे विचार तेरी ज़ुबान

तराशे तुझमें एक बलवान।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational