कभी अँधेरी रात तो कभी चुभती हुई धूप कभी अँधेरी रात तो कभी चुभती हुई धूप
समय सदा बलवान, घड़ी बलवान नहीं। पल पल परिवर्तन ही इसे सुहाता है।। निकल गया जो वक्त, नहीं फिर आ... समय सदा बलवान, घड़ी बलवान नहीं। पल पल परिवर्तन ही इसे सुहाता है।। निकल गया...
जिजाऊ. तेरे आगमन से बढी, श्री लखुजी राजे की शान! जिजाऊ. तेरे आगमन से बढी, श्री लखुजी राजे की शान!
कौशल्या माँ धन्य है, किया जगत उद्धार। कौशल्या माँ धन्य है, किया जगत उद्धार।
संभल जा संभल जा! क्यों गवा रहा अभी भी वक़्त है। दिखा दे दुनिया को तुझ में खौलता अभी भी रक्त है संभल जा संभल जा! क्यों गवा रहा अभी भी वक़्त है। दिखा दे दुनिया को तुझ में खौलता...
समय भी करता सम्मान उसका सदा। समय भी करता सम्मान उसका सदा।