समय बलवान
समय बलवान
संभल जा संभल जा! क्यों गवा रहा अभी भी वक़्त है।
दिखा दे दुनिया को तुझ में खौलता अभी भी रक्त है।
समय है बलवान! न समय से ज़्यादा कोई सख़्त है।
जो हंस रहे थे तुझ पे कल, आज वहीं तेरे भक्त है।
संभल जा संभल जा! क्यों गवा रहा अभी भी वक़्त है।
दिखा दे दुनिया को तुझ में खौलता अभी भी रक्त है।
समय है बलवान! न समय से ज़्यादा कोई सख़्त है।
जो हंस रहे थे तुझ पे कल, आज वहीं तेरे भक्त है।