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Nidhi Kumari

Others

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Nidhi Kumari

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कैसी कश्मकश!

कैसी कश्मकश!

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हालात का शिकार समझूँ खुद को

या किस्मत की मारी

हूँ दिल की शहज़ादी मगर

दुनिया कहे है बेचारी।



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