मेरा सुपर हीरो
मेरा सुपर हीरो
मेरा हीरो,
वो सुपर हीरो तो नहीं,
सिक्स पैक वाला गबरू भी नहीं,
किसी सुपर पॉवर का मालिक भी नहीं,
मेरा हीरो,
कोई नका़ब नहीं पहनता,
ना ही उड़ सकता है वो,
और ना ही कलाबाजियों का उस्ताद है वो,
लेकिन मेरा हीरो,
सर्दी, जलती धूप, और मूसलाधार बारिश,
फिसलती चट्टानों और दुर्गम पहाड़ों,
इन सब पर विजय प्राप्त कर चुका है !
है तो मेरे गाँव का,
पर रहता सिर्फ एक जोड़ी कपड़ों में,
काट देता है महीनों,दुर्गम पर्वत मालाओं के बीच,
सुपर पॉवर के नाम पर हाथ में लिए एक बंदूक,
पर साहस का अंबार लिए,
लेकर चलता है पूरे देश की सुरक्षा,
कुछ दृश्य और कुछ अदृश्य खतरों से।
मेरा सुपर हीरो,
हाँ वही,
जो कहता है,
चिड़ियाँ नाल मैं बाज़ लडावाँ,
तो गोविंद सिंह नाम कहावाँ,
आज लौट आया है गाँव में,
पूरे जुलूस के साथ,
साथ में पूरी फौज भी लाया है,
पर मेरा हीरो,
पड़ा है शांत,
चेहरे पर शांत मुस्कान लिए,
आँखें बंद कर,
सभी उसे 'अमर शहीद' कह रहे,
तिरंगे को लिबास बना कर,
आया है मेरा सुपर हीरो,
मातृभूमि पर जान लुटाकर,
दुश्मन के दाँत खट्टे कर,
विश्व के सभी सुपर हीरोज को काफी पीछे छोड़ कर,
बलिदान की एक अमिट गाथा लिखकर,
मुझे दिखायी पड़े कुछ सुपर हीरोज,
आसमाँ में खड़े, अपने लिबास और नकाब पहने,
मेरे इस साधारण हीरो की शहादत पर,
श्रद्धांजलि देते, कोटि नमन करते !