मेरा खुदा तू
मेरा खुदा तू
है
तेरे सपने
आज से ही
मेरे ख़्वाबगाह के
हसीन मेहमान सनम
तसव्वुर की डोली में पालें
हंसी को तेरी अपनी आरज़ू बनाकर
राहों में तेरी पग पग पंखुड़ियां बिछा दूँ
तू
मेरे
आशियाने की
बन जाए शान अगर
दिल की सिप में मोतीयों सी
सजा कर ताउम्र दीदार में बीता दूँ
महफ़िल तू मन की दुआ हसरत की है
जब जब इबादत में उठे ये हाथ तब तब में
ओ
जाना
तुमको ही
मांग लूँ रब की
रुबाई चाँदनी का नूर हो
इस फ़कीर की किस्मत का
गुरुर तू तिश्नगी मार देगी जो तू ना
मिली, तेरे सजदे में सर है झुका मेरा खुदा तू।