मौत
मौत
कफन बांधकर यह शरीर,
एक दिन चली जाएगी।
कुछ ना बचेगा फिर यहां,
सिर्फ यादें ही रह जाएंगी।
अगर अच्छे कर्म करके जाओगे,
लोग अच्छा ही कहेंगे।
अगर तुम गलत करके गए,
लोग बुराई करते नहीं थकेंगे।
लाख तुम करके जाओगे फिर भी,
कुछ अच्छाइयां रहेंगी, कुछ बुराइयां भी रहेगी।
अभी कुछ दिन और रुक जाओ ना,
ओ जाने वाले तेरी सिर्फ रुसवाइयां रहेगी।
तुम्हारे जो अपने हैं,
जाने से टूट कर बिखर जाएंगे।
लेकिन जो दुश्मन बन कर बैठे हैं,
तुम्हारे जाते ही निखर जाएंगे।