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Gazala Tabassum

Tragedy

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Gazala Tabassum

Tragedy

मौसम

मौसम

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चुनावों के जो मौसम आ रहे हैं

वो धागे प्यार के उलझा रहे हैं


सभी सेकेंगे अपनी रोटियों को

अभी माहौल को सुलगा रहे हैं


लगी है आग नफ़रत की दिलों में

मनाज़र खौफ़ के दहला रहे हैं


हवा अब और भी ज़हरीली होगी

जुबां से जह्र जो पिघला रहे हैं


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