मैं मनचली
मैं मनचली
मन की सुनूं
हूँ मैं मनचली
दुनियां की रस्मों से परे
हूँ मैं अलबेली
रास्तों से प्यार
हूँ मंज़िल से अनजानी
दिल का सौदा कर,
जीना न आए
हूँ मैं तो दीवानी।
मन की सुनूं
हूँ मैं मनचली
दुनियां की रस्मों से परे
हूँ मैं अलबेली
रास्तों से प्यार
हूँ मंज़िल से अनजानी
दिल का सौदा कर,
जीना न आए
हूँ मैं तो दीवानी।