MA in History & Hindi. Hobbies- Reading Hindi Literature and Love to write story and poetry.
अपनी खुशी के लिए थोड़ा समय बचा रही है। अपनी खुशी के लिए थोड़ा समय बचा रही है।
तो क्या हुआ काम के साथ थोड़ा सामंजस्य स्थापित कर के अपने लिए कुछ वक्त तो निकाल ही सकती! तो क्या हुआ काम के साथ थोड़ा सामंजस्य स्थापित कर के अपने लिए कुछ वक्त तो निकाल ही...
उस जगह कुछ बच्चे वही खाना खा रहे थे जो वत्सल की माँ कुछ देर पहले फेंककर गई थी! उस जगह कुछ बच्चे वही खाना खा रहे थे जो वत्सल की माँ कुछ देर पहले फेंककर गई थी!
उसने न सही मैंने तो कभी उससे प्यार किया था ! उसने न सही मैंने तो कभी उससे प्यार किया था !
लेकिन लिलिपुटनगर को मैं कभी नहीं भूल पाऊँगा। इतने प्यारे लोग शायद ही मिलते हैं। लेकिन लिलिपुटनगर को मैं कभी नहीं भूल पाऊँगा। इतने प्यारे लोग शायद ही मिलते हैं।
उसने मन में सोचा, अब गई दोपहर की झपकी भी। उसने मन में सोचा, अब गई दोपहर की झपकी भी।
अब गोद लेना ही एकमात्र विकल्प है जो श्रेयस के माता-पिता को मंजूर नहीं है। अब गोद लेना ही एकमात्र विकल्प है जो श्रेयस के माता-पिता को मंजूर नहीं है।
कहते हुए मैंने अपने बंटी को गले से लगा लिया। मुझे मेरे सवाल का जवाब मिल गया था। कहते हुए मैंने अपने बंटी को गले से लगा लिया। मुझे मेरे सवाल का जवाब मिल गया ...
जब भी कभी बारिश होती है तो रेशम के साथ वो पहली मुलाक़ात याद आ जाती है••• जब भी कभी बारिश होती है तो रेशम के साथ वो पहली मुलाक़ात याद आ जाती है•••
लाडली बिटिया जोर से मुस्कुराकर मुझसे लिपट गयी और कहा दादाजी आप बहुत अच्छे हैं ! घर नही लाडली बिटिया जोर से मुस्कुराकर मुझसे लिपट गयी और कहा दादाजी आप बहुत अच्छे हैं ! ...