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Pradeep Pokhriyal

Tragedy

3  

Pradeep Pokhriyal

Tragedy

आँख बंद हो गयी

आँख बंद हो गयी

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पेट पीठ से मिलने ही वाला था ,

की रोटी दिखाई दी ,

और आँख बंद हो गयी ।

गज भर के आँचल से तन ढाँपती गोरी ,

साहूकार के घर गयी ,

और आँख बंद हो गयी ।

बेटे के कफ़न से ,

बाप दारू पी गया ,

और आँख बंद हो गयी ।


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