मैं खेलूं होली तुम्हारे नाम की
मैं खेलूं होली तुम्हारे नाम की
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मैं फेंकूं तुझ पर
पिचकारी की धार
मैं लादूँ तुझ पर
गुलालों का भार
मैं रंग जाऊं तेरे रंग में
खो जाऊं तेरे संग में
डूब जाऊं तेरी
खुश्बू के भंग में
मैं लगाऊं मुहब्बत का
अबीर तुझ पर
मैं देखूँ अपनी
तकदीर तुझ पर
मैं खेलूं होली
तुम्हारे नाम की।