STORYMIRROR

Swati Vats

Abstract

3  

Swati Vats

Abstract

मै 'कौन' हूँ

मै 'कौन' हूँ

1 min
248

    


पथिक हूँ ,जो पथ ढूंढती है, 

उस मंजिल का जो ख्वाबों मे देखी |


विश्वास हूँ ,जो उत्तर ढूंढती है, 

उस प्रश्न का जो हालातो ने पूछे |


दर्पण हूँ ,जो अक्स ढूंढती है, 

उस सक्सियत का जो खो सी गई |


साहिल हूँ ,जो किनारा ढूंढती है, 

उस कश्ती का जो हिचकोले ले रही |

         



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract