पिता की सेवानिवृत्ति
पिता की सेवानिवृत्ति
अस्तित्व उन व्यक्तित्व का, उन कर्तव्यनिष्ठ का
आभार कार्यकाल का, अभिवादन उन विशिष्ट का
सम्मान उस समर्पण का उनके उस निर्वहन का
भावनाओं के दर्पण का और उनके प्रदर्शन का
हिमालय आवरण ऊपरी वो स्नेह उनके अंतरमन का
अस्तित्व उन व्यक्तित्व का, उन कर्तव्यनिष्ठ का
आभार कार्यकाल का, अभिवादन उन विशिष्ट का
वो आधार उस भवन के, हम फूल जिस चमन के
वो सार है उस ग्रंथ के, हम शब्द है जिस मंत्र के
करती हूँ वंदन उन पिता का अभिनंदन उस चरित्र का
अस्तित्व उन व्यक्तित्व का, उन कर्तव्यनिष्ठ का
आभार कार्यकाल का, अभिवादन उन विशिष्ट का
