STORYMIRROR

DR ARUN KUMAR SHASTRI

Fantasy

4  

DR ARUN KUMAR SHASTRI

Fantasy

मातृ दिवस

मातृ दिवस

1 min
286

मैय्या मेरी मैय्या मेरी 

मोरो लगन काहे करायो।।


जा झंझट में फंस के मैय्या 

तोहरी सेवा न कर पायो।।


छुट्टी को दिन किचन मा निकसो

काम को दिन दफ्तर मा।।


कोई कोउ दिन बचो जो औघड़ 

सो मेहरारू कु फिलम दिखा यो।।


मैय्या मेरी मैय्या मेरी 

मोरो लगन काहे करायो।।


जा झंझट में फंस के मैय्या 

तोहरी सेवा न कर पायो।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Fantasy