बसंत बहार आई हरियाली साथ लाई, सबके मन को भाई, रग-बिरंगे फूल खिले भवरों के मन को ललच बसंत बहार आई हरियाली साथ लाई, सबके मन को भाई, रग-बिरंगे फूल खिले भवर...
तिथि पंचमी आई है तिथि पंचमी आई है
ऋतु ने करवट ली धरती ने बदला अपना वेश , ली अंगड़ाई फूलों ने है बासन्ती परिवेश । महक ऋतु ने करवट ली धरती ने बदला अपना वेश , ली अंगड़ाई फूलों ने है बासन्ती पर...
वह देखो वसंत ऋतु आई बौराई कैसी पूरी अमराई खग-वृंदों ने भी ली अंगड़ाई। वह देखो वसंत ऋतु आई बौराई कैसी पूरी अमराई खग-वृंदों ने भी ली अंगड़ाई।
खूब करी जब मनमानी, अब काहे का रोना है। जीवन सबका लील रहा, जग फैला कोरोना है। खूब करी जब मनमानी, अब काहे का रोना है। जीवन सबका लील रहा, जग फैला कोरोन...
चार दिनों से बंद हैं घर में इस पल कोई साथ नहीं कैसी ये विपदा आई है। चार दिनों से बंद हैं घर में इस पल कोई साथ नहीं कैसी ये विपदा आई है।