“ लोगों ने हमें फुद्दू बना दिया “
“ लोगों ने हमें फुद्दू बना दिया “
एक कविता को शृंगारिक परिधानों से सँवारा
कविता को प्रियतमा का रूप दिया
उसके सौदर्य को सजाया, उनके नख -शिख का वर्णन किया !!
उनकी मांग को सिंदूर और चुड़ामणि रत्न से सजाया ,
गले में सुंदर आभूषण पहनाया !
सम्पूर्ण कविता को आकार दिया सुंदरता का अद्भुत रूप बनाया !
फिर कविता के नीचे एक सुंदर तस्वीर हमने लगायी !
लोगों के लाइक और कॉमेंटों की बरसात उमड़ आयी !!
किसी ने लिखा “ क्या लगती हो ?”
“ तुम मेरे सपनों की रानी हो “
“ लाजवाब “ “ सुंदर “ बड़ी क्यूट लगती हो !!
इसी तरह लाइक और कॉमेंटों की बौछारें होने लगी,
हमने कुछ और सोचा, सब उल्टा -पुल्टा हो गया !
लोग हमारी कविता को एक नजर देखा भी नहीं
और नीचे सुंदर तस्वीर को लोग चूमते चले गए !!
