बीबी हो तो ऐसी
बीबी हो तो ऐसी
सुन्दर सुन्दर फेस हो
शान्ति का संदेश हो
कभी न करे झगड़ा
इतनी बात विशेष हो।
होठो़ं पे मुस्कान हो ,
हर पल मीठी जुबान हो
सुन्दर लम्बे केश हों
घर मे कभी न कलेश हो
इतनी बात विशेष हो।
खर्चा न भारी भरकम हो,
घर में न कभी भूकंप हो,
खर्चे के बाद भी कुछ शेष हो
यही बात विशेष हो।
सुबह सुबह चाय बनाये
खुद जाग कर मुझे जगाए
मेरी मर्जी की डिस बनाये
मिर्ची नमक तेज न हो
यही बात विशेष हो।
रोज बनाये नये नये पकवान,
जैसे हो हलवाई की दूकान,
पैर छूकर दे सम्मान,
घुंघट दपट्टे समेत हो,
यही बात विशेष हो।
हर पल मंद मंद मुस्कान हो
हर बात पे मेहरबान हो,
ऐसी सुदर्शन की जान हो
कभी घर में कलेश न हो
यह बात विशेष हो।
मेरे कहने पे चाय बनाये
बिंदीं सुर्खी खूब लगाये
सुसराल से मेरी मर्जी से आये,
आते दिन ही पैर दबाये,
गिफ्ट मेरे लिये कोई शेष हो
इतनी सी बात विशेष हो।
सुबह उठ के सैर को जाये,
झूमे नाचे गीत भी गाये,
खुद हंसे मुझे भी हंसाये
मुख पे उसके तेज हो
यही बात विशेष हो।