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अनामिका वैश्य आईना Anamika Vaish Aina

Abstract Children Stories Comedy

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अनामिका वैश्य आईना Anamika Vaish Aina

Abstract Children Stories Comedy

आँगन

आँगन

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ओ मेरी चिड़िया ! मेरे आँगन को सजाये रखना

बचपन का वो लड़कपन हमेशा ही बनाये रखना


मेरे आँगन की रौनक तू है तू ही उजियारा

बचपन का ये रब्त सलोना सदा निभाये रखना..


नींबू तुलसी पीपल गुलाब आम नीम की छाया 

अद्भुत घुटनों से चल तेरी हर हरकत की माया..


आँगन भावनाओं का अनोखा कोमल सुखद एहसास

कितना सलोना बंधन आँगन से तेरा क्या तुझे आभास.. 


तेरा स्वागत रहेगा सदा ही ओ चिरैया मेरी !

अपने इस आँगन पर करना तू पूरा विश्वास।


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