लो आ गया फिर से
लो आ गया फिर से


लो आ गया फिर से वैश्विक महापर्व
दीवानगी बनकर सबको दीवाना बनाने!!!
सभी जरूरी कामों को लोग कुछ ही मिनटों में निबटाएंगे।
कुछ जरुरी काम अब गैर जरूरी भी नजर आएँगे।
ऑफिस में अब बॉस मन ही मन कोसे जाएंगे।
बॉस भी सारे काम अपने अधीनस्थों पर
लादकर नौ दो ग्यारह हो जाएँगे।
कुछ रास्तों में ही अपने मोबाइल फोन में गड़ जाएँगे।
कुछ टीवी की दुकानों के आगे जमघट लगाएँगे।
किसी को अनजाने में ठोकर मार कर
माफी माँग आगे बढ़ जाएँगे।
खाना - पीना भूलकर, वे टीवी से चिपक जाएँगे।
पत्नी चैनल न बदल दे इसलिए
रिमोट कंट्रोल, सोफों, दराजों, अलमारियों में छुपाएंगे।
इस वैश्विक महापर्व को अब सभी बड़े जोश से मनाएंगे।
जी हांँ, वह धर्म जिसके आगे सभी धर्म अब बगले झांकते नजर आएँगे।
उस धर्म को भारत वर्ष में क्रिकेट कहते हैं।
लो आ गया फिर से वैश्विक महापर्व
दीवानगी बनकर सबको दीवाना बनाने।