लाल सुर्ख जोड़े में
लाल सुर्ख जोड़े में
लाल सुनहरे जोड़े में सजी इक रात होगी,
तारों की बारात होगी, चाँद बनके दरबारी अपनी
उपस्थिति देगा, जुगनू भी अपनी मौजूदगी से रात
रोशन करेगा, फूलों से सजा राह होगा,
तेरा मुझसे फासला चंद कदमों का होगा।
फिर क्या..!
इक दूसरे के सामने हम सजे धजे आएंगे,
होंठो पे सजी मुस्कान होगी,
आँखों में मिलन की खुशी होगी ,
हर प्रेमी अपनी मौजूदगी दर्ज करेगा,
पावन मिलन बेला में रंग नए भरेगा,
शिव शक्ति सा मिलन होगा, सम्पूर्ण समर्पण होगा
हां इसी लाल सुर्ख जोड़े में सजी रात को ये
दिल सब रस्मों रिवाजों संग तेरा होगा, तेरा होगा।