लाल बत्ती
लाल बत्ती
नन्हे हाथ वे पसारे ,
लाल बत्ती के किनारे।
आती हैं कुछ किलकारियाँ,
जला देती है दिल में चिंगारियां।
पूछे -वो पल कब आएगा ?
बचपन जब मुस्कराएगा।
मासूम अरमान चटकते हैं,
ख्वाब फेरियों में बिखरते हैं।
सवाली निगाह उनके झुलसाते हैं,
जागेंगे कब भाग्य हमारे ?
पूछते हुए मुस्कराते हैं,
लाल बत्ती के किनारे,
नन्हे हाथ वे पसारे।
