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Veena Mishra ( Ratna )

Tragedy

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Veena Mishra ( Ratna )

Tragedy

लाल बत्ती

लाल बत्ती

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नन्हे हाथ वे पसारे ,

लाल बत्ती के किनारे।

आती हैं कुछ किलकारियाँ,

जला देती है दिल में चिंगारियां।


पूछे -वो पल कब आएगा ?

बचपन जब मुस्कराएगा।

मासूम अरमान चटकते हैं,

ख्वाब फेरियों में बिखरते हैं।


सवाली निगाह उनके झुलसाते हैं,

जागेंगे कब भाग्य हमारे ?

पूछते हुए मुस्कराते हैं,

लाल बत्ती के किनारे,

नन्हे हाथ वे पसारे।


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