क्योंकि...!
क्योंकि...!
क्योंकि...
जज बन गई
अगर मैं तो तुम
तारीख पे तारीख
लेते फिरोगे
कुर्की हो जायेगी
तुम्हारे सारे
अगर मगर और
किन्तु परन्तु के भावों की
इसलिए...
तुम अपने
झूठ फ़रेब के दस्तावेज को
कोर्ट के दहलीज पर ही
छोड़ आया करो..!
क्यों चाहते हो इनका
पोस्टमार्टम करवाना
और..
बे-वक़्त सजा-ए-मौत
मेरे ही हाथों से..!!