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Anand Kumar

Tragedy

5.0  

Anand Kumar

Tragedy

कथा नारी की

कथा नारी की

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नारी रोशनी है समाज को,

नारी वरदान है जग को,

नारी शक्ति का स्वरुप है,

नारी ममता का रूप है |


नारी से होते गौरवान्वित, दो-दो कुल हैं,

किसी भी कुल का हो बाग

एक नारी ही उसका सबसे सुगन्धित फूल है,

पर खिलने को उसको भी,

जरुरी बचपन की छाँव और धूप है |


पर कैसे खिलेगी वो ? कैसे आगे बढ़ेगी ?

कैसे दिखाएगी रोशनी जग को !

जब यह समाज, बचपन दे उसको ऐसा,

भर जाये जो, पूरे जीवन में उसके अँधेरा | |


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