कृष्ण तुम्हें अब आना होगा
कृष्ण तुम्हें अब आना होगा
कृष्ण तुम्हें अब आना होगा,
अत्याचार मिटाना होगा।
बाँसुरी का अब समय नहीं,
सुदर्शन चक्र उठाना होगा।
कृष्ण तुम्हें अब आना होगा।
कौरव तो केवल ही सौ थे,
लेकिन आज हजारों में।
हर गली, हर चौराहे पर,
अस्मत लुटती बजारों में।
द्रोपदी की लाज बचाने,
अब तो चीर बढ़ाना होगा।
कृष्ण तुम्हें अब आना होगा।
सब के मन में पाप घुसा है,
और पाप को धोने जाते हैं।
धुलता है उनका शरीर ही केवल
पर मन को ना धो पाते हैं।
पापियों का बजूद मिटाने,
दिव्य रुप दिखाना होगा।
कृष्ण तुम्हें अब आना होगा।
भ्र्ष्टाचार चरम पर पहुँचा,
धर्म पर चलना भूल गए,
गीता ज्ञान बहुत हुआ अब,
अवतार तुम्हें अब लेना होगा,
धर्म की रक्षा की खातिर,
सुदर्शन चक्र उठाना होगा।
कृष्ण तुम्हें अब आना होगा।