कृष्ण भजन:हे श्याम हे श्याम
कृष्ण भजन:हे श्याम हे श्याम
श्याम हे श्याम हे श्याम हे श्याम —
हे श्याम हे श्याम हे श्याम हे श्याम।
गोकुल के रास रचैया तू गिरिवर धारी।
जय बोलो वृंदावन धाम हे श्याम हे श्याम
हे श्याम। हे श्याम हे श्याम हे श्याम
काली नाग के नथैया तू कृष्ण कन्हैया
बांसुरी बजैया तू ही तो हो घनश्याम
हे श्याम है श्याम हे श्याम हे श्याम
हे श्याम हे श्याम हे श्याम हे श्याम
तू देवकीनंदन तू यशोदा के लाला
तू नट नगर तू ब्रज का ग्वाला
तू ही राधा का श्याम हे श्याम हे श्याम
हे श्याम हे श्याम हे श्याम हे श्याम
तू चक्र सुदर्शनधारी तू कृष्ण मुरारी
तू माखन चुरैया त्रिलोक के नचैया
तू हो द्रोपदी के भैया सबके सहैया
तेरे चरणों में है चारो धाम हे श्याम हे श्याम
हे श्याम हे श्याम हे श्याम हे श्याम
तू सुदामा के साथी तू पार्थ के सारथी
त्रिलोक के तू स्वामी तू हो अंतर्यामी
तू ही तो है गीता का ज्ञान हे श्याम हे श्याम
हे श्याम। हे श्याम हे श्याम हे श्याम
