थोड़ा सा अधिक
थोड़ा सा अधिक
थोड़ा सा काम और अधिक कीजिए,
सफलता की चाबी तू अपने हाथ लीजिए।
दीजिए सभी को प्यार नफरत न कीजिए,
हो सके तो मदद करें शोषण न कीजिए।
सन्मार्ग पर चलो कुमार्ग पर पग न दीजिए,
सत्य अपनाइए, असत्य को न लीजिए।।
थोड़ा सा काम और अधिक कीजिए,
सफलता की चाबी तू अपने हाथ लीजिए।
आशावादी तुम बनो निराश मत होइए,
जिंदगी जिंदादिली है मुर्दा दिल न होइए।
आशा की किरण लिए तू आगे बढ़ते जाइए,
हिम्मत से काम लो उत्साह भरते जाइए।।
थोड़ा सा काम और अधिक कीजिए,
सफलता की चाबी तू अपने हाथ लीजिए ।
मार्ग में बाधाएं आए लांघते जाइए,
सुमेरु भी अगर आए तो पार करते जाइए।
कदम तुम्हारे न डिगे दम का सांस भरते जाइए,
धूप कितनी भी कठिन हो छांव करते जाइए।।
थोड़ा सा काम और अधिक कीजिए,
सफलता की चाबी तू अपने हाथ लीजिए ।
सकारात्मक बनो तू सोच ऐसी कीजिए,
नकारात्मक सोच अपनी जल्द छोड़ दीजिए।
अगर मगर से बचो काम में लग जाइए,
बहाने करना छोड़ दो स्वीकार करना सीखिए।।
थोड़ा सा काम और अधिक कीजिए,
सफलता की चाबी तू अपने हाथ लीजिए ।।
दूसरों को दोष देना शीघ्र छोड़ दीजिए,
है हमारी ही कमी ऐसा तू मान लीजिए।
अपनी कमियां ढूंढ़कर सुधार स्वयं कीजिए,
भाग्य पर करके भरोसा जिंदगी तबाह न कीजिए।।
थोड़ा सा काम और अधिक कीजिए,
सफलता की चाबी तू अपने हाथ लीजिए ।।
बिना कुछ किए जय जय कार नहीं होती है,
काम करने वालों की कभी हार नहीं होती है।
यही कानमंत्र आज से तू मान लीजिए,
इसी वक्त से तू अपना काम शुरू कीजिए।।
थोड़ा सा काम और अधिक कीजिए,
सफलता की चाबी तू अपने हाथ लीजिए ।।