भजन
भजन
क्या लेकर आया है रे बंदे ,क्या लेकर तू जाएगा ।।
क्या लेकर आया है रे बंदे।क्या लेकर तू जाएगा।।
क्या लेकर तू जाएगा हां क्या लेकर तू जाएगा ।।
माया मोह में काहें पड़े हो,सब यहीं धरा रह जाएगा ।
क्या लेकर आया है रे बंदे। क्या लेकर तू जाएगा।।
मुट्ठी बांध के आया है रे बंदे, हाथ पसारे जायेगा।।
हां हाथ पसारे जायेगा। तू हाथ पसारे जाएगा।।
क्या लेकर आया है रे बंदे। क्या लेकर तू जाएगा।।
बिना नाम के आया है बंदे।नाम कमा कर जाएगा ।
बिना नाम और नाम के बीच में। जीवन तोहरा कहलाएगा ।
क्या लेकर आया है रे बंदे ।क्या लेकर तू जाएगा ।।
इसी बीच में खेला खेल कर। तू पंछी उड़ जाएगा।
तू पंछी उड़ जायेगा हां तू पंछी उड़ जाएगा।
क्या लेकर आया है रे बंदे। क्या लेकर तू जाएगा।।
तन मन धन परहित में करके।अपना बेड़ा पार लगा ले।
अपना बेड़ा पार लगा ले हां अपना बेड़ा पार लगा ले।।
क्या लेकर आया है रे बंदे। क्या लेकर तू जाएगा।।
सच्चे मन से सेवा कर ले। दान दया कर धर्म कमाले।।
नाही तू पछताएगा हां नाही तू पछताएगा ।
क्या लेकर आया है रे बंदे।।क्या लेकर तू जाएगा ।
क्या लेकर तू जाएगा।। क्या लेकर तू जाएगा।।
