काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा, काले काले मेघा तू ऐसे कैसे बरसा तन तो मेरा भीग गया मन अभी भी प्यासा,
पूर्ण कर अरमान, नूतन साल आया। जाग रे इंसान, नूतन साल आया। ख़ुशबुओं से तर हुईं बहती पूर्ण कर अरमान, नूतन साल आया। जाग रे इंसान, नूतन साल आया। ख़ुशबुओं से ...
मैं काँपने लगा और गिड़गिड़ाया, जब ठंडा पानी अपने ऊपर गिराया , मैं काँपने लगा और गिड़गिड़ाया, जब ठंडा पानी अपने ऊपर गिराया ,
जिसे हम भूले थे वह बरसों बाद आया! जिसे हम भूले थे वह बरसों बाद आया!
बात मिलने की थी और वो आया नहीं शायद इस बार भी घर में उसे टोका गया था। बात मिलने की थी और वो आया नहीं शायद इस बार भी घर में उसे टोका गया था।
धरती पर आया राजा वसन्त सुंदर सुंदर सपना देने धरती पर, मन भी मस्ती से भरा सूरज भी आया धरती पर आया राजा वसन्त सुंदर सुंदर सपना देने धरती पर, मन भी मस्ती से भरा ...