STORYMIRROR

कर्मठ

कर्मठ

1 min
321


नेताजी का

पिछले कुछ दिनों से


झोपड़पट्टियों की ओर

रूख है,


वे वोट गिनने में

मशरूफ है...


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama