Sanjay Pathade Shesh
Drama
नेताजी का
पिछले कुछ दिनों से
झोपड़पट्टियों की ओर
रूख है,
वे वोट गिनने में
मशरूफ है...
रेवड़ी
जनप्रतिनिधि
अजब दौर है
आदत
श्रद्धा बनाम ...
मोहरा
मोहरे
विश्वास
आश्वासन
हाइकू रचनायें
पराया धन पराई अमानत कही जाती है बेटियां कुल का दीपक वंश का चिराग बेटे हैं कहलाते पराया धन पराई अमानत कही जाती है बेटियां कुल का दीपक वंश का चिराग बेटे हैं कहल...
सिर्फ यादों को तराशने वाला यह दिल भी पानी की लहर की तरह है। सिर्फ यादों को तराशने वाला यह दिल भी पानी की लहर की तरह है।
ना ज़िंदा होने का गुरूर करना और ना ही मौत से खेलना। ना ज़िंदा होने का गुरूर करना और ना ही मौत से खेलना।
कहां है हमारी जिंदगी, क्यों है हम पर इतनी पाबंदी। कहां है हमारी जिंदगी, क्यों है हम पर इतनी पाबंदी।
विरहा या मिलन सुना दे। विरहा या मिलन सुना दे।
मुझे तुम्हारा कुछ भी 'जरूरी' नहीं होना मुझे जरूरी बस 'तुम्हारा' होना। मुझे तुम्हारा कुछ भी 'जरूरी' नहीं होना मुझे जरूरी बस 'तुम्हारा' होना...
रास्ते कुछ इस तरह से चल रहे थे कि मैं रोक नहीं पाया। रास्ते कुछ इस तरह से चल रहे थे कि मैं रोक नहीं पाया।
ठीक वैसे ही यह दिल किसी की याद में नम सा हो रहा है.. ठीक वैसे ही यह दिल किसी की याद में नम सा हो रहा है..
अब क्या कहूं इस जमाने से? इसने मेरा मज़ाक बनाकर रखा है अब क्या कहूं इस जमाने से? इसने मेरा मज़ाक बनाकर रखा है
दिल के सामने आज तो सही में नजर जीत गयी उसने दी हुई झूठी मुस्कान अब बीत जो गयी ! दिल के सामने आज तो सही में नजर जीत गयी उसने दी हुई झूठी मुस्कान अब बीत जो गयी...
बिन तेरे इस दुनिया का कोई अस्तित्व नहीं बिन तेरे इस दुनिया का कोई अस्तित्व नहीं
रंगे जा रहे हैं राधा भर भर पिचकारी रंग। रंगे जा रहे हैं राधा भर भर पिचकारी रंग।
जिंदगी हरपल नया सबक सिखा जाती है हालात दिखा नये नये रंग दे जाती है। जिंदगी हरपल नया सबक सिखा जाती है हालात दिखा नये नये रंग दे जाती है।
कुछ नहीं है प्यार- व्यार बस सब मोह- माया हैं। कुछ नहीं है प्यार- व्यार बस सब मोह- माया हैं।
कहते कहते रुक कर वह पूरा सवाल दाग देता है.... तुम्हे अधिकार चाहिए क्यों? कहते कहते रुक कर वह पूरा सवाल दाग देता है.... तुम्हे अधिकार चाहिए क्यों?
मैं बस सिमटना चाहता था तुममें, उन अल्फाजों की झंकार की तरह मैं बस सिमटना चाहता था तुममें, उन अल्फाजों की झंकार की तरह
दिल का तो क्या है, दिल तो हर बार धडकत हैं ! दिल का तो क्या है, दिल तो हर बार धडकत हैं !
इश्क़ आसान रोग नहीं जो सबको लग जाये ! इश्क़ आसान रोग नहीं जो सबको लग जाये !
यह ख्वाहिश करते हैं इश्क़ का प्याला थामे हुए यह ख्वाहिश करते हैं इश्क़ का प्याला थामे हुए
दुनिया है राहते और आहटें दोनों ही बाज़ार के भाव से दुनिया है राहते और आहटें दोनों ही बाज़ार के भाव से