कोरोना जंग के जवान
कोरोना जंग के जवान
इंसान नज़रबंद
कुदरत का सजा
घर मे कैद है।।
पता नहीं खता क्या
खौफ दहसत का मंजर
मौत खेल रही खेल है।।
दुश्मन भी खुदा सा
दिखता ही नही पकड़
इंसान के आता नही
मौत का सौदागर
कोरोना कहर है।।
घर पर भी जीना मुश्किल
घर पर जीवन को देते रफतार
जान जोखिम में डाल
जरूरत मंद की खिज्मत
में शुमार इंसान ही फरिश्ते है।।
ओढ़े सफेद लिबास
जोखिम में डाले जान
डॉक्टर लड़ते कोरोना जंग
जंग भगवान है।।
अपने भी नहीं आते पास
दो ग़ज़ की दूरी मास्क जरूरी
मुश्किल में है इंसानों की सांस।।
गली मोहल्ले सड़के बीरान
सफाई कर्मचारी बाल्मीकि
भगवन मरने से बेखौफ
गली मोहल्ले अस्पताल को
रखते साफ है।।
कितने डॉक्टर कोरोना से
लड़ते हो गये शहीद है
डर भय के साये में भी
मौत से लड़ते कोरोना
को भगाने में व्यस्त है।।
डॉक्टर कोरोना की दहसत
का दमन मौत को दे रहे
मात है।।
डॉक्टर नर्स सफाई कर्मचारी
कोरोना के जंग में लडते जवान है
देश के महान सपूतों तुम्हे पीताम्बर
दिल से। करता सलाम है।।

