"कोरोना बहुरूपिया"।
"कोरोना बहुरूपिया"।
कोरोना बहुरूपिया,
रोज़ रूप बदल रहा।
चलकर खूब कुटिल चाल,
यह व्याकुल कर रहा।
यह व्याकुल कर रहा,
डेल्टा प्लस बन आ रहा।
तुरंत संक्रमण कर,
खौफ घना बैठा रहा।
कह 'जय' आका करो,
समाधान न पड़े रोना।
करके अच्छी व्यवस्था,
मिटाओ यह कोरोना।
