कल आज और कल
कल आज और कल
भले ही समय कब कितना जाए बदल।
चाहे बीतता जाए कल आज और कल।
प्रेम प्यार इश्क़ मोहब्बत रहता है अटल।
इसकी निशानियाँ हमेशा रहती हैं प्रबल।
जब कल हम ने किसी से प्यार था किया।
उसने अपना साथ आज पूरे दिल से दिया।
हमने जो चाहा है, उससे पूरे हक़ से लिया।
तो कल भी उसके लिए थोड़ा जाए जिया।
इश्क़ मोहब्बत की रहती सभी को दरकार।
हम सभी ने प्यार किया है एक न एक बार।
हालात जब कर देते हैं ज़िंदगी में पलटवार।
क्यूँ हम अपनी भावनाएं बदल देते हर बार।
जीवन में चाहे अच्छे या बुरे हों हमारे हालात।
साथ निभाना ही सबसे ज़रूरी होती है बात।
कल आज और कल एक समान रहें जज़्बात।
तभी तो हमारा साथ देगी यह पूरी कायनात।

