लोग तो कहते रहेंगे
लोग तो कहते रहेंगे
कह दी उनसे आज कुछ बात किसी ने
और खफा वो हमसे हो गए
बात वफ़ा की जहाँ से शुरू हुई थी
ख़त्म वो वही हो रही थी
कह दी उनसे कुछ बात किसी ने
और खफा वो हमसे हो गए …..
लोग कुछ तो कहेंगे
और वो कहते रहेंगे
नज़र अंदाज़ है करना हमको
ना जाने ये बात आज वो क्यों भुला गए
कह दी उनसे आज कुछ बात किसी ने
और खफा वो हमसे हो गए
कभी लड़े तक नहीं
अपने खातिर
पर आज बहस करते करते
हम एक दूसरे को रुला गए
कह दी उनसे आज कुछ बात किसी ने
और खफा वो हमसे हो गए
…..
इश्क़ वो ही करते
जिन्हें लोगों की फिक्र नहीं
ना जाने ये बात
वो आज क्यों भुला गए
कह दी उनसे आज कुछ बात किसी ने
और खफा वो हमसे हो गए
सिसक सिसक के उसने कहा ये जब
बहुत सुन लिया ताना तेरे खातिर
चलो अब अलग हो जाते हैं …
एक दूजे से इश्क़ जो है
इस इश्क़ को कब्र में ले जाते हैं
कौन सुनेगा तेरे खातिर
और कितना सुनेगा कोई ?
क्षण भर सोचा मैंने भी –
फिर बात मान ली मैंने भी
काँप रहा था बदन हमारा
रो रहा था दिल हमारा
आँसुओं की बरसात थी
दिल में बहुत बात थी
शायद संग संग वो हमारी आखिरी रात थी
सहसा पूछ बैठा मैं
बस बता दो एक आखिरी बात मुझे
जिनके लिए एक दूजे से रूठ रहे
जिनके लिए हम टूट रहे
वो क्या चुप हो जाएंगे
तेरे मेरे अलग होने से
क्या वो फिर बात नहीं बनाएंगे
जवाब क्या होगा उनके लिए ?
जब वो पूछेंगे हम अलग क्यों हो गए ??
लोगों का क्या है
बात कुछ भी हो
वो तो बात बनाएंगे
फिर क्या था
मुझसे लिपट पड़ी वो
फफक फफक कर रो पड़ी वो ..
जवाब मुझे मेरा मिल चूका था
उसके आँखों में फिर से
मेरे लिए प्यार भरा था

