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Raju Kumar Shah

Abstract Inspirational

4.7  

Raju Kumar Shah

Abstract Inspirational

कितनी दूर तक?

कितनी दूर तक?

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कितनी दूर जाने की बात हो रही थी आज !

किस छोर से ! किस छोर तक ?

गहरी खाइयों से निकलकर धरातल तक आ गए,

तो! क्या अब ऊंचे टीले तक ?

या ऊंचे पहाड़ों तक ?


नदी से निकलकर, किनारों तक आ गए।

तो! क्या अब, समुंदर को पार करके,

ऊंचे आसमानों तक?


जब जमीं घूमकर वहीं आ गई है !

मुझे दौड़ने को क्यों कहा जा रहा है ?

जब किनारे पर ही मजा आ रहा है !

तो ! और चलने को क्यों कहा जा रहा है ?


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