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Mamta Singh Devaa

Inspirational Children

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Mamta Singh Devaa

Inspirational Children

किताब को हमारा गुरु बनाइए

किताब को हमारा गुरु बनाइए

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हम नन्हीं सी जान हैं

कितने हम नाजुक

और थोड़े से नादान हैं ,

दिमाग हमारा बहुत तेज है

पर हमारे ये बस्ते देखो

इनका हम पर भार बहुत है ,

दौड़ - भाग से नही हम थकते हैं

लेकिन इन बस्तों के बोझ से

रह - रह कर हम रुकते हैं ,

हमें अपनी प्रतिभा नहीं दबाना है

इस भारी बोझे को ढोकर

खुद को नहीं थकाना है ,

मत हमको मजदूर बनाइए

इनसे हमको ज्ञान देकर

किताब को हमारा गुरु बनाइए ,

सब बच्चों को पढ़ने में आगे बढ़ना है

भारी बस्तों के साथ स्कूल पहुँच कर 

हम ये सोचें अब सीढ़ी कैसे चढ़ना है ,

टाईम टेबल सोच कर बनाओ

मोटी पतली किताबों को मिलाकर

फिर उनको बस्ते में रखवाओ ,

बैग फ्री नियम लागू कराइये

सारी किताबें स्कूल में रख कर

हम बच्चों पर दया दिखाइये ।



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