STORYMIRROR

Dr Shikha Tejswi ‘dhwani’

Tragedy

2  

Dr Shikha Tejswi ‘dhwani’

Tragedy

किन्नर

किन्नर

1 min
194


हे ईश्वर, क्या सोच के तुमने,

बनाया इनको है किन्नर ?

किस बात की इनको दी है सज़ा,

जो बनाया नहीं नारी या नर ?

हे ईश्वर....


इनकी दुआ में इतना असर है,

फूले फले सबके बच्चे। 

खुद अपने बच्चे ना हो,

ऐसी क्यूँ इनको सज़ा मिलें ?

हे ईश्वर.......


इस जनम की भूल को तुम,

इसी जनम में ख़त्म करो ।

अगले जनम में सज़ा सुनाना ,

किसको क्या ये याद हो ।।

हे ईश्वर...

हे ईश्वर...


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy