तुम्हारा साथ
तुम्हारा साथ
तुम साथी थे ,पर साथ नही थे।
जब भी चाहा साथ तुम्हारा
वह हाथ नहीं थे।
अकेला रहा या भीड़ में रहा ।
जब भी चाहा साथ तुम्हारा ।
तुम साथ नहीं .........थे ।
अपनी खुशियों की तो,
कभी खबर नहीं थी ।
तेरी खुशियों का दम भरते थे।
तुम्हारे भरोसे पर हम तो,
खुद पर भरोसा करते थे ।
लेकिन तुम हम पर ही ,
भरोसा नहीं करते थे ।
हम भूल में थे ।
