STORYMIRROR

Preeti Sharma "ASEEM"

Inspirational

4  

Preeti Sharma "ASEEM"

Inspirational

लिखने  को

लिखने  को

1 min
20

लिखने को बाक़ी बचा क्या है .........?


लिखने को अभी ,

बहुत कुछ बाक़ी है।


जिंदगी के फलसफों में ,

अभी सुधार है।


कितने अधूरे कामों का, 

कंधो पे भार बाक़ी है।


विचारों को चाट रही, 

वहमों की काट बाक़ी है।


जिंदगी को जिंदगी से, मिला दे।

वो हर बात बाक़ी है।


जिसको ढूंढता हूँ ,भीतर |

उस रब की तलाश बाक़ी है।


खुद से मिला ही कब था।

अभी बहुत बात बाक़ी है।


यह मत सोचिये, 

नही रहा लिखने को।

अभी इतिहास -दर-इतिहास बाक़ी है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational