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Shivam Rao

Tragedy

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Shivam Rao

Tragedy

खोली आखों का बुरा ख्वाब

खोली आखों का बुरा ख्वाब

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जब पता नहीं था कि भगवान आँख 

खोलकर इतना बुरा ख्वाब दिखाया जाएगा

मेरे यार को मेरे से दूर ले जाएगे

सारे अच्छे सपने सपने ही रह जाएगे

जब पता नहीं था उसके न होने पर

कुत्ते भी शेर को आँख दिखाएंगे


जब पता नहीं था कि गोवा जाने के

प्लान प्लान ही रह जाएगे

भगवान मेरी अनमोल रतन को 

मेरे से दूर ले जाएगे हम कुछ नहीं कर पाएंगे

बस रो कर इसको बुरा ख्वाब 

समझकर भूलने में लग जाएंगे


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