Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Babu Dhakar

Romance Others

4  

Babu Dhakar

Romance Others

कहो ना फिर से

कहो ना फिर से

1 min
982


कहो ना फिर से

सर्दी गर्मी और बरसात में 

मेरे साथ कब तक 

यूं तुम रहोगे।


कहो ना फिर से

चांद वाले मुखड़े से 

चांदनी रात में चांद से पहले 

क्या मुझे देखोगे।


कहो ना फिर से

अपने समय को

मेरे इंतजार में

तुम व्यतीत करोगे।


कहो ना फिर से

अपनी नजरों से 

मेरे लिए इशारे 

क्या रोज करोगे।


कहो ना फिर से

यह हवा जैसे चलती है 

मेरे लिए वैसे 

क्या तुम चल सकोगे।


कहो ना फिर से

तुम वो तीन शब्द 

जो सब कहते हैं

क्या तुम कहोगे।


कहो ना फिर से

कहीं तुम भूल ना जाओ

होने वाले सवेरे से पहले 

क्या तुम मुझे याद करोगे।


कहो ना फिर से

सुनना मेरा काम है

मेरे काम को 

क्या तुम मेरे लिए करोगे।


कहो ना फिर से

सर्द रातों में तुम

मोबाइल पर ही सही 

क्या मुझसे बातें करोगे ।


कहो ना फिर से

अकेले में तुम मिलकर 

गले से लगकर 

क्या मुझसे मुलाकात करोगे।


अब फिर से कहो या ना कहो 

ये आंखें बोलती हैं बहुत कुछ

कभी तो मेरी आंखों से आंखें मिलाकर

तुम अपना प्रेम अवश्य प्रकट करोगे।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance