कहो ना फिर से
कहो ना फिर से
कहो ना फिर से
सर्दी गर्मी और बरसात में
मेरे साथ कब तक
यूं तुम रहोगे।
कहो ना फिर से
चांद वाले मुखड़े से
चांदनी रात में चांद से पहले
क्या मुझे देखोगे।
कहो ना फिर से
अपने समय को
मेरे इंतजार में
तुम व्यतीत करोगे।
कहो ना फिर से
अपनी नजरों से
मेरे लिए इशारे
क्या रोज करोगे।
कहो ना फिर से
यह हवा जैसे चलती है
मेरे लिए वैसे
क्या तुम चल सकोगे।
कहो ना फिर से
तुम वो तीन शब्द
जो सब कहते हैं
क्या तुम कहोगे।
कहो ना फिर से
कहीं तुम भूल ना जाओ
होने वाले सवेरे से पहले
क्या तुम मुझे याद करोगे।
कहो ना फिर से
सुनना मेरा काम है
मेरे काम को
क्या तुम मेरे लिए करोगे।
कहो ना फिर से
सर्द रातों में तुम
मोबाइल पर ही सही
क्या मुझसे बातें करोगे ।
कहो ना फिर से
अकेले में तुम मिलकर
गले से लगकर
क्या मुझसे मुलाकात करोगे।
अब फिर से कहो या ना कहो
ये आंखें बोलती हैं बहुत कुछ
कभी तो मेरी आंखों से आंखें मिलाकर
तुम अपना प्रेम अवश्य प्रकट करोगे।