कहने दो लडकी अभी बच्ची है
कहने दो लडकी अभी बच्ची है
नहीं पसंद हमें जूठा दिखावा दिखावे से मौत अच्छी है,,
पकने दो मोहब्बत इम्तहानों की आग से कि थोड़ी अभी कच्ची है।
झूठ फरेब भरा हर राह हर जिंदगी में देख लो तुम भी,,
आखिर इस जिंदगी में जिंदगी भी झूठी निकली बस मौत सच्ची हैं।
नहीं चाहिए मोहब्बत अब और कोई तजुर्बा
इस जिंदगी में हमें,,
कहने दो जिसको जो है कहना लड़की बड़ी हुईं नहीं अभी भी बच्ची हैं।
