Asmita prashant Pushpanjali
Drama
सुना है वो हमें
बद्दुआ देते हैं।
चलो किसी बहाने
याद तो करते हैं।
सुना है कसम खाई है,
हमसे ना टकराने की।
आज पता चला,
वो हमसे कितना
खौफ रखते हैं।
जिंदगी जीना च...
उमंगों से भरा...
कसक
नेताजी
स्त्री एक प्र...
आवो एक देश बस...
खुर्ची
साहित्य
रिश्तें और र...
माफ हो जाये।
आई,बसन्त पंचमी ऋतुओं की वो तो है,रानी करने शारदे पूजन पीले,फूलों से सजाओ थाली। आई,बसन्त पंचमी ऋतुओं की वो तो है,रानी करने शारदे पूजन पीले,फूलों से सजाओ थाली...
लोकतंत्र महापर्व में,समझो वोट शक्ति भारी सही नेता चुने,बनाओ हिंद धरा,स्वर्ग से प्यारी। लोकतंत्र महापर्व में,समझो वोट शक्ति भारी सही नेता चुने,बनाओ हिंद धरा,स्वर्ग स...
तुझसे प्यार नहीं,मोहब्बत नहीं,इश्क़ है तेरी सोहबत से इसके बाद मेरा नसीब भी तुझसे है। तुझसे प्यार नहीं,मोहब्बत नहीं,इश्क़ है तेरी सोहबत से इसके बाद मेरा नसीब भी तु...
क्यों ना फटी धरती की छाती जब वो तड़प रही थी क्यों ना गिरा आकाश वासना तन को मसल रही थी... क्यों ना फटी धरती की छाती जब वो तड़प रही थी क्यों ना गिरा आकाश वासना तन को मसल...
सपनों पर कसते लगाम सही दिशा में बढ़ते हमेशा, जिनके मन-मंदिर में बसते राम।। सपनों पर कसते लगाम सही दिशा में बढ़ते हमेशा, जिनके मन-मंदिर में बसते राम।।
मित्र बोल कर विश्वास की बात करता है। मित्र बोल कर विश्वास की बात करता है।
तुम्हारी अदाओं से हम मदहोश बनते है, बिना जाम पीये मुझको नशा चढ़ जाता है, तुम्हारी अदाओं से हम मदहोश बनते है, बिना जाम पीये मुझको नशा चढ़ जाता है,
जागो सभी कर्म करो उन्होंने सबको सजक मंत्र दिया।। जागो सभी कर्म करो उन्होंने सबको सजक मंत्र दिया।।
तू तो सुन दर्द मेरा, किसान तो तुझ पर ही मरता है। तू तो सुन दर्द मेरा, किसान तो तुझ पर ही मरता है।
बेटे को परदेस भेज खुश होते पिता माता बेटे को परदेस भेज खुश होते पिता माता
रास्ता है चाहे मुश्किल, हौसलों की उड़ान अभी बाकी है।। रास्ता है चाहे मुश्किल, हौसलों की उड़ान अभी बाकी है।।
भूल जाता हूं है अहसान, बस देखता हूं मैं देख सकता हूं। भूल जाता हूं है अहसान, बस देखता हूं मैं देख सकता हूं।
उसके तो बन जाते बिगड़े हुए, हर काम उसके तो बन जाते बिगड़े हुए, हर काम
"मुरली" तुझे दिल में बसाउंगा सनम, तेरे आने से महेफ़िल रंगीली बन रही है। "मुरली" तुझे दिल में बसाउंगा सनम, तेरे आने से महेफ़िल रंगीली बन रही है।
ईश्वर ने भी खूब सोचा बोली पे जीभ को घेरे रखा, दंत टोली से ईश्वर ने भी खूब सोचा बोली पे जीभ को घेरे रखा, दंत टोली से
एक डर है सबके सीने में, जिससे डरता ज़माना है। एक डर है सबके सीने में, जिससे डरता ज़माना है।
जिनके ब्रह्मा-विष्णु साथ है कण में जो सदा विराजे, वो पुरुषोत्तम भगवान है।। जिनके ब्रह्मा-विष्णु साथ है कण में जो सदा विराजे, वो पुरुषोत्तम भगवान है।।
दिल से तेरी यादों का, उजाला नहीं जाता...! दिल से तेरी यादों का, उजाला नहीं जाता...!
जय हो साडू मां रा लाल लिया जन्म,कमल नाल। जय हो साडू मां रा लाल लिया जन्म,कमल नाल।
जो ठगी का पहनते नही है,ऐनक वो तारा बनकर चमकते है,फ़लक। जो ठगी का पहनते नही है,ऐनक वो तारा बनकर चमकते है,फ़लक।