नेताजी
नेताजी
नेताजी ने गीत गाया
सुन खुर्ची का मन ललचाया।
हँसके वो बोली-
"जानू,
पाँच साल के लिए ,
बैठके दिखावो मुझ पर
तो तुम्हें अपना मानूँ।"
नेताजी में था उसे ,
अपना बनाने का सुरूर।
वो बोले, "हाँ, तुम्हें
अपनी बनाऊंगा जरूर।"
नेताजी ने गीत गाया
सुन खुर्ची का मन ललचाया।
हँसके वो बोली-
"जानू,
पाँच साल के लिए ,
बैठके दिखावो मुझ पर
तो तुम्हें अपना मानूँ।"
नेताजी में था उसे ,
अपना बनाने का सुरूर।
वो बोले, "हाँ, तुम्हें
अपनी बनाऊंगा जरूर।"