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Pritam Kashyap

Drama

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Pritam Kashyap

Drama

तकलीफ़

तकलीफ़

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जब होती है तकलीफ़,

 तो लोग हमारे बीच क्यों नहीं आते हैं ।


वह क्यों कतराते हैं,

जवाब पूछो तो हंसते हैं,

और बेशर्मो की भांति कहते हैं,

उसकी तकलीफ़ में हम क्यों शहीद हो,

क्या हमारा कुछ वहां जाने से होगा ?


जो नियति में हैं वही होता है

जब लेना हो मज़ा,

जब लेना हो मज़ा,

तब दौड़े-दौड़े चले आते हैं,


तब नियति को कुछ नहीं सुनाते हैं,

अरे ! दोस्तों यह कहां का इंसाफ हैं,

ये तो सरासर बेइंसाफ है

तकलीफ़ का मजाक है

तकलीफ़ का मजाक है।।


-----------------------------------------------प्रीतम कश्यप------------------------------------------------


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