दोस्त
दोस्त
दोस्त होते हैं केवल धोखा देने के लिए
चाहे कितने भी भले क्यों ना हो
धोखा देने उनकी नस-नस में बसा होते हैं
केवल तन मन को दुख देने के लिए होते हैं
दोस्त कोई सच्चा जब लगने लगता है
तो तभी वह धोखा दे जाता है
दोस्त भले क्यों ना सच्चे हो वह भी धोखा देते हैं
हरदम दोस्त तनाव पैदा करते हैं
और मानसिक बीमारियां बढ़ाते हैं
दोस्त वह सच्चा है, जो हरदम साथ निभाता हैं
दोस्त वह सच्चा है जो आपका साथ देता हो
दोस्त वह सच्चा है जो आपका मार्ग दर्शक बने
दोस्त वह सच्चा है जो आपसे कभी
नाराज होकर फिर मान जाए
दोस्त वही होता है जो आपको गुमराह ना करें
दोस्त वह हो जो आपकी रक्षा करें
और हमेशा आपसे सत्य कहे
ऐसा दोस्त मिले तो जीवन अमर हो जाएगा।