कविता का महत्व
कविता का महत्व
मैं लिखते- लिखते थक जाता हूं
फिर भी कविता लिखता हूं
लोग मेरी कविता पढ़ते हैं
ना जाने कैसे हंसते हैं
कैसे चैन से सोते हैं
जब मैं अपनी कविता पढ़ता हूं
आंखों से आंसू निकल जाते हैं।
कविता लिखना सबको ना भाता है
और कविता का रस ना समझ में आता है
ना जाने कौन कब गाएगा
और ना जाने कौन सुनाएगा
और तू सुन कर यूं ही ना चला जाएगा।
अध्यापक जब कविता सुनते हैं
तो बच्चे को क्यों सो जाते हैं
बच्चों को क्यों ना समझ में आता है
कविता तो जीवन की एक श्रेणी है
चाहे कविता हिंदी में हो या हो अंग्रेजी में
कविता तो रुलाती है
और यही तो जीवन में आनंद लाती है II