खामोशियां
खामोशियां
खामोशी एक शब्द नहीं
एक अनुभव है ......
खामोशी बात करती है ,
बस सुनने वाले की जरूरत है ....।
खामोशी एक लम्हा है ,
बस समझ ने वाले की जरूरत है ....।
पर कहां मिलते आज कोई
जो समझ सके
खामोशी को ,
जो जान सके दिल की बात को ....।
जो बयां कर सके शब्दों में
खामोशियां को .......।
सिर्फ एक तू ही था ,
जिसको पता थी
मेरी खामोशी के बजह ,
जो समझ जाती थी
खामोशी का अर्थ ......।
पर आज
मेरी खामोशी
और भी खामोश हो गई है ,
तेरे जाने के बाद ....।
खामोशी भी एक एहसास है ,
सिर्फ समझने
वालो की जरूरत है ......।
खामोशी एक लम्हा है ,
एक दास्तां है ,
एक एहेसास है ......।
